खिड़की
Khidaki
₹150.00
गुजराती कविता में मिट्टी के रंगों को संजोकर रखने वाले कवि मनोहर त्रिवेदी, गुजराती साहित्य में एक जानामाना नाम है। जिन्हों ने अपने गद्यलेखन में कहानियों और निबंधों के द्वारा पारंपरिक और आधुनिक शैली का समन्वय करके पाठकों के लिए एक साहित्य-सेतु रचा है। यह कवि अपने सर्जन के एक परिपक्व मुकाम पर आकर हिंदी-उर्दू भाषा में अपनी कलम चलाते हैं और हमें मिलता है एक तरोताज़ा काव्यसंग्रह ‘खिड़की’। 23 मज़ेदार गजलें, 9 भक्तिरस से भरे गीत और 17 अछांदस काव्यों से सजा मनोहर त्रिवेदी का यह काव्यसंग्रह पाठकों को एक नए ही भावविश्व में ले जाएगा।
Product Details
- Pages:68 pages
- Language:Hindi
- Format:Paperback